शनिवार, दिसंबर 13, 2008

शिवोहम शिवोहम...आदि शंकराचार्य द्वारा रचित पद पं जसराज की आवाज में

इस पोस्ट को लिखने में बडी अडचन है । जहाँ १५-२० सेकेंड्स में पढने में पोस्ट निपट जाती है वहाँ किसी से २८ मिनट मांगना कहाँ उचित है । लेकिन क्या करें, भारतीय शास्त्रीय संगीत के समुन्दर में डूब कर आनन्द लेने के लिये इतना समय तो देना ही होगा । वरना लोग तो वो भी हैं जो ७ मिनट की द्रुत बंदिश में भी आलाप को फ़ास्ट फ़ारवर्ड कर देते हैं :-)

लेकिन जो सुन न सकें वो पढकर ही आनन्द ले लें । इस "पद" को आदि शंकराचार्य ने अपने "अद्वैत/Non-duality" के दर्शन के अनुरूप रचा था । इसको पंडित जसराज की आवाज में सुने और अनुभव करें । इस "पद" को पंडित जसराज ने रागों के राजा राग दरबारी में गाया है ।

जिनके पास समय इफ़रात में है वो यहाँ क्लिक करें और डायमंड पैकेज का आनन्द लें,



अच्छा चलिये, जिनके पास समय की कमी है वो यहाँ क्लिक करें सिल्वर पैकेज,



जो बहुत ही व्यस्त हैं, वो केवल पढकर काम चला लें लेकिन हमसे नरक में मुलाकात हो तो हमें दोष न दीजियेगा :-)

Mano budhya ahankara chithaa ninaham,
Na cha srothra jihwe na cha graana nethrer,
Na cha vyoma bhoomir na thejo na vayu,
Chidananada Roopa Shivoham, Shivoham.

Neither am I mind, nor intelligence,
Nor ego, nor thought,
Nor am I ears or the tongue or the nose or the eyes,
Nor am I earth or sky or air or the light,
But I am Shiva the all pervading happiness,
Yes, I am definitely Shiva.

Na cha praana samgno na vai pancha vaayur,
Na vaa saptha dhathur na va pancha kosa,
Na vak pani padam na chopa stha payu,
Chidananada Roopa Shivoham, Shivoham.

Neither am I the movement due to life,
Nor am I the five airs, nor am I the seven elements,
Nor am I the five internal organs,
Nor am I voice or hands or feet or other organs,
But I am Shiva the all pervading happiness,
Yes, I am definitely Shiva

Na me dwesha raghou na me lobha mohou,
Madho naiva me naiva matsarya bhava,
Na dharmo na cha artha na kamo na moksha,
Chidananada Roopa Shivoham, Shivoham.

I never do have enmity or friendship,
Neither do I have vigor nor feeling of competition,
Neither do I have assets, or money or passion or salvation,
But I am Shiva the all pervading happiness,
Yes, I am definitely Shiva

Na punyam na paapam na soukhyam na dukham,
Na manthro na theertham na veda na yagna,
Aham bhojanam naiva bhojyam na bhoktha,
Chidananada Roopa Shivoham, Shivoham.

Never do I have good deeds or sins or pleasure or sorrow,
Neither do I have holy chants or holy water or holy books or fire sacrifice,
I am neither food nor the consumer who consumes food,
As I am Shiva the all pervading happiness,
Yes, I am definitely Shiva

Na mruthyur na sankha na me jathi bhedha,
Pitha naiva me naiva matha na janma,
Na bhandhur na mithram gurur naiva sishya,
Chidananada Roopa Shivoham, Shivoham.

I do not have death or doubts or distinction of caste,
I do not have either father or mother or even birth,
And I do not have relations or friends or teacher or students,
As I am Shiva the all pervading happiness,
Yes, I am definitely Shiva

Aham nirvi kalpi nirakara roopi,
Vibhuthwascha sarvathra sarvendriyanaam,
Na cha sangatham naiva mukthir na meya
Chidananada Roopa Shivoham, Shivoham.

I am one without doubts, I am without form,
Due to knowledge I do not have any relation with my organs,
And I am always redeemed,
And I am Shiva the all pervading happiness,
Yes, I am definitely Shiva

7 टिप्‍पणियां:

  1. भावातीत अनुभव ...शुक्रिया नीरज जी !

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  2. शिवाष्टक मेरा प्रिय श्लोक है, और इस मायाजगत से ऊपर उठाने वाला दिव्य गीत है यह।
    शंकराचार्य की अद्वितीय प्रतिभा का स्मरण भी इसे और "भज गोविन्दम" पढ़ते समय होता है।

    आपने आज का दिन बना दिया मित्र!

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  3. आज तो रविवार की छुट्टि सही कर दी ! वाकई एक कुन्दन रुपी नगीना भेंट किया है आपने ! जिनको पता नही है उनी क्या फ़िक्र पालना ? बहुत सुन्दर और लाजवाब !

    राम राम !

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  4. पहले सिल्‍वर पेकेज सुना तो लगा कि गलती कर ली । फिर पूरे 28 मिनि‍ट वाली प्रस्‍तुति सुनी ।
    इसके बाद लिखने को कुछ नहीं बचता ।

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  5. नरक का डर है तो झूठ नहीं बोलूँगा :-) इसको आराम से डाउनलोड करके सुना जायेगा !

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  6. पहले सिल्‍वर पेकेज सुना, अब डाउनलोड करके सुना जायेगा !

    पुण्य कार्य के लिये धन्यवाद!!

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  7. Pankaj Kumar12:16 am

    Play hi nahi ho rha h kya karu ??
    na kahi download ka option aa rha h

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