कल ही दिनेशजी ने अपने चिट्ठे पर लिखा था कि एक टिप्पणी जिसमें गुनाहगार के वकील के वकील को भी सजा देने की बात की गयी थी पर उन्हे दुख हुआ था । उस टिप्पणी से दुख मुझे भी हुआ था, दुख मुझे हर उस समय होता है जब हम देशभक्ति, नेशनलिज्म और कभी कबीलाई इंसाफ़ के नाम पर भावनाओं के अंबार में बहकर तर्क का साथ छोड देते हैं ।
फ़िलहाल तो आप इस वीडियो का आनन्द उठायें । हाँ, इस वीडियो में तो देशभक्ति के नाम पर एक भद्दा मजाक किया गया है जिसे देखकर क्या पता हंसी आ जाये तो भी पैसे वसूल ।
मेरे रूममेट अंकुर की टिप्पणी: अंकुर कहते हैं कि भारत का रियेलटी टी.वी. जल्द ही अमेरिका के रियलटी टी.वी. को मात देगा । उनकी भविष्यवाणी है कि अब केवल रियेलटी शो के जजों में जूतम-पैजार होने की कसर बाकी है ।
कुछ बाकी बचा है क्या?
जवाब देंहटाएंअंकुर की टिप्पणी सही है, जल्द ही जूते ही चलेंगे!
जवाब देंहटाएंजहाँ सँसद सदस्योँ के बीच भी जूते चलेँ और बुश पे भी तब टीवी वाले क्यूँ बचे रहेँ
जवाब देंहटाएंEvery one is getting Hyper _