बराक ओबामा की हिलेरी क्लिंटन को सेकेट्री आफ़ स्टेट (Secretary of State) बनाने की शर्त थी कि बिल क्लिंटन अपनी फ़ाउंडेशन को चंदा देने वालों के नाम सार्वजनिक करेंगे । आज न्य़ूयार्क टाईम्स की खबर ने इन चंदा देने वालों के नाम बताये हैं, मेरी नजर खबर के इन खास हिस्सों पर गयी ।
The potential for foreign donors to the Clinton foundation to create the appearance of conflicts of interest for Mrs. Clinton as she handles foreign policy matters was illustrated by Amar Singh, listed as giving between $1 million and $5 million. Mr. Singh is apparently a prominent Indian politician of that same name.
In September, Mr. Singh visited Washington to lobby Congress to support a deal allowing India to obtain civilian nuclear fuel and technology from the United States. The deal was controversial because India has developed nuclear weapons but is not a party to the Nuclear Non-Proliferation Treaty.
Mr. Singh met and posed for photographs with Mrs. Clinton, afterwards telling Indian reporters that Mrs. Clinton had assured him that Democrats would not block the deal. Congress approved the nuclear cooperation deal with India a few days later.
अब तो अमरसिंह जी को लोग गाली देना बन्द करें । वे तो महान ग्लोबल जनसेवक हैं जो पूरी दुनिया में धर्म के काम में लगे हुये हैं ।
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दूसरी खबर:
अंकुर श्रीवास्तव मेरे मित्र हैं और मेरे अपार्टमेंट में ही रहते हैं । अंकुर इलाहाबाद के मूल निवासी हैं । भविष्य में अंकुर और हम मिल कर एक प्रोजेक्ट शुरु करने का भी सोच रहे हैं । प्रोजेक्ट का नाम है भांग एट गंगा तट . काम । ये प्रोजेक्ट व्यस्त प्रोफ़ेशनल्स के लिये डी-स्ट्रेसिंग रिट्रीट (De-Stressing retreat) जैसा होगा । जिसमें वो इलाहाबाद के गंगा तट पर हमारी कम्पनी के गेस्ट हाऊस में आराम से बैठकर भांग का मजा ले सकते हैं (मैने कभी भांग का सेवन नहीं किया लेकिन अंकुर की बात पर भरोसा करके इस बार भारत यात्रा पर इसका पूरा लुत्फ़ उठाने का इरादा है ) । भांग के साथ, आध्यात्मिक सेमिनार, काशी के अस्सी का पाठ आदि भी आयोजित कराया जायेगा । आप केवल $२,००० डालर देकर हमारी संस्था के जीवन पर्यन्त सदस्य बन सकते हैं । सदस्यता के लिये हमसे सम्पर्क करें ।
गुरुवार, दिसंबर 18, 2008
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तुमने तो अमर चित्र कथा में एक चेप्टर और जोड़ दिया :)
जवाब देंहटाएंभांग एट गंगा .काम की एक शाखा कानपुर में भी खुलनी चाहिये।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब भाई,
जवाब देंहटाएंमाघ मेला आ रहा है, कहिये तो आपके स्टॉल के लिये मेले में अर्जी दे दूँ ? कुछ शेयर हमें भी दे दीजिएगा। :)
भांग के साथ, आध्यात्मिक सेमिनार, काशी के अस्सी का पाठ आदि भी आयोजित कराया जायेगा ।
जवाब देंहटाएंअति श्रेष्ठ कार्य है वत्स ! काशी के अस्सी का पाठ करवाना हो तो समीर जी के साथ साथ हमको भी बुलवा लेना ! दोनो गुरु चेले मिल कर शमा बांध देंगे ! :)
अमर चित्र कथा के साथ भंग का लुत्फ़....पर फीस ज्यादा रखी है...इसे थोडी कम करो....ओर कृपया अश्लील चित्र ब्लॉग पर ना लगाये .ब्लॉग की रेगुलेटरी कमेटी को ऐसे अधोवस्त्रों से सख्त आपत्ति है.....
जवाब देंहटाएंचित्र अपनी आप में ब्लॉग पोस्ट है!
जवाब देंहटाएंऔर हां, अमर सिंह जी अमर रहें।
अमर "सचित्र" कथा
जवाब देंहटाएंवाकई अनूठी रही :)
स स्नेह,
- लावण्या
भांग एट गंगा .काम के यूएस ओपरेशन के बारे में क्या ख्याल है?
जवाब देंहटाएंअमर चित्र कथा तो सदाबहार है अभी तो कई कहानियां बाहर आना बाकी है!