आजकल समय कम होने के कारण संगीत पर पोस्ट ठेलना ज्यादा आसान लगता है । फ़टाफ़ट काम हो जाता है और आपकी शुभकामनायें मिलती हैं, वो अलग :-)
पहला गीत: भैरवी राग (तीन ताल) में एक ठुमरी है जिसे पण्डित अजय पोहनकर ने गाया है । ठुमरी के बोल हैं, "कैसी ये भलाई"
दूसरा खास बोनस गीत फ़िल्म तीसरी कसम का है । इसकी खासियत है कि गीत के बीच बीच में राज कपूर साहब की आवाज में संवाद । मेरा दावा है कि इसे सुनकर आपको फ़िल्म की याद आ जायेगी ।
Technorati Tags भैरवीं,पं,अजय,पोहानकर,तीसरी,कसम
मंगलवार, अप्रैल 29, 2008
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ठुमरी सुन ली, तो शुभकामनाऐं एवं आभार.
जवाब देंहटाएं-दूसरा नहीं सुना-फिर भी शुभकामनाऐं ताकि तुम्हारा वो शुभकामना वाला उद्देश्य तो पूरा हो जाये.
आभार। कल सुनेंगे। महीने के अन्तिम दिन ब्रॉडबैण्ड की फ्री डाउनलोड लिमिट क्रास कर चुके है। आइटम स्टार कर लिया है।
जवाब देंहटाएंदोनों सुने। अच्छे लगे!
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें।
मज़ा आ गया भैया.
जवाब देंहटाएंअज्जू दादा का सरनेम पोहनकर (अभी पोहानकर हो गया है)
कर दीजिये न.
वाह! सुबह को सुनती तो और भी आनंद आता…आभार
जवाब देंहटाएंतीसरी कसम का गीत तो कई बार सुना हुआ है परन्तु ठुमरी सुनकर मन खुश हो गया...
जवाब देंहटाएंधन्यवाद नीरज भाई।