आज का सबक:
ईमेल/ब्लाग पोस्ट/महत्वपूर्ण पत्र लिखने के बाद प्रूफ़रीड अवश्य करें । आज एक ईमेल का जवाब देते समय उठकर कहीं जाना हुआ और वापस लौटते ही जल्दबाजी में भेजने के चक्कर में ऐसा कुछ लिख गये कि पढने वाले ने भी सोचा होगा कि क्या दारू पीकर लिखा है :-)
लिखना चाहते थे,
Few folks in my dept. have complained that CHBE is not listed in
the department lists. Is it possible to add it to the list?
जल्दबाजी में लिखा,
Few folks in my dept. complained that there is CHBE is not listed in
the department. Is it possible to add it to the list?
अब बहाना बनाना पडेगा कि हिन्दी ब्लाग पढ पढ के अंग्रेजी कमजोर हो गयी :-)
नीरज,
P.S: कम से कम २५ पोस्ट लिखने का इन्तजार कर रही हैं, जल्दी ही लिखना शुरू करना पडेगा । सागरभाईजी, जल्द ही महफ़िल पर आपका हाथ बंटाने हाजिर होऊँगा, आप आजकल जो नायाब हीरे सुनवा रहे हैं उसके लिये बधाई और महफ़िल का नया लुक भी बडा शानदार लग रहा है ।
बुधवार, नवंबर 19, 2008
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सोच समझ कर लिखने के चक्कर में कमेट भी नहीं हो पाते जी!
जवाब देंहटाएंअंग्रेजी से ज्यादा घरोपा नहीं सो आपकी अंग्रेजी के दोनों अंशों का अन्तर तो नहीं समझ पाया किन्तु इतना जरूर समझा कि कोई बडी गडबड हुई होगी । मुझे तो कोई जल्दी नहीं रहती फिर भी प्रूफ रीडिंग का धैर्य नहीं रहता और गलतियां रह जाती हैं ।
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट ने डरा दिया । अब ध्यान रखूंगा ।
अब बहाना बनाना पडेगा कि हिन्दी ब्लाग पढ पढ के अंग्रेजी कमजोर हो गयी
जवाब देंहटाएं------
अरे, हमारे साथ बहाना नहीं, यह हकीकत है! हिन्दी में तंग हाथ खुला नहीं, पर अंग्रेजी में तंग हो गया! :)
:-) एक बार तो पढ़ना ही चाहिए.
जवाब देंहटाएंमैनें प्रूफ रीडिंग की गलती एक बार की थी और वो जिंदगी भर याद रहेगी। कालेज की वार्षिक पत्रिका में अध्यापकों की सूची (List of Faculty Members) को List of Faulty Members रहने दिया था। विमोचन के २ घंटे पहले १५०० पत्रियों में स्टीकर चिपका कर ठीक किया!
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