ये वीडियो कुछ दिन पहले देखा लेकिन परम मस्त लगा ।
स्लो इंटरनेट कनेक्शन वालों से क्षमायाचना सहित, केवल आडियो लगाने से मजा नहीं आयेगा :-)
शुक्रवार, अगस्त 08, 2008
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
मन के अंतर में हर क्षण अनेकों भाव उमडते रहतें हैं । इन्ही भावों को हिन्दी भाषा के माध्यम से अंतर्जाल पर लिखने का प्रयास किया है ।
भैया जी कई दिन से परेशान हूँ कि शुद्ध और विशुद्ध में क्या फ़र्क है अगर पता हो तो ज़रूर बताइये
जवाब देंहटाएंबहुत सही .. ये तो घर घर की कहानी हो गई.. आपकी और से एक और जबरदस्त पोस्ट.. धन्यवाद्.
जवाब देंहटाएंअभिनव सही कह रहे हैं-घर घर की कहानी है. :)
जवाब देंहटाएंbadhiy hai
जवाब देंहटाएंविशुद्ध = शुद्धतम
जवाब देंहटाएंअशुद्ध = शुद्ध नहीं
नीरज भाई,
जवाब देंहटाएंकमेंट के लिए आभार। फिल्म भोले शंकर का म्यूज़िक रिलीज़ हो चुका है, टी सीरीज़ के लेबल पर है। भोजपुरी फिल्मों का संगीत बेचने वाली सारी म्यूज़िक शॉप्स पर फिल्म के कैसेट्स उपलब्ध हैं।
सादर,
पंकज शुक्ल