आज आप सब "वडाली बंधुओं" की आवाज में "तेरे इश्क ने नचाया" सुनिये | पंजाबी संगीत की जब बात होती है तो आजकल केवल कमर मटकाते गीत ही सुनाई देते हैं लेकिन पंजाबी संगीत बहुत समृद्ध है | इसी पंजाबी संगीत में बुल्ले शाह की "हीर" भी है जिसे फ़िर कभी सुनवायेंगे |
फिलहाल आपसे गुजारिश है अपने १० मिनट अलग निकाल कर पूरे मन से इस गीत को सुने और महसूस करें |
Technorati Tags वडाली,बन्धु,पंजाबी,संगीत
बुधवार, जून 25, 2008
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
शानदार! डूब गया और इसकी शिकायत भी नहीं है। किन शब्दों में आपको शुक्रिया कहें, दोस्त।
जवाब देंहटाएं..हीर सुनने का इन्तजार रहेगा
जवाब देंहटाएंयह तो एक यादगार सूफी गीत है जो रूह छु लेता है शुक्रिया
नीरज जी शुक्रिया इसे सुनवाने के लिए।
जवाब देंहटाएंऔर हीर को सुनने के लिए इंतजार रहेगा।
बहुत बहुत आभार इसे सुनवाने का. अब हीर सुनने का इन्तजार रहेगा.
जवाब देंहटाएंयह क्या जी, हमें ऑडोयो वाली डण्डी दिख रही है पर ५ मिनट हो गये, कुछ सुनाई नहीं दिया क्लिक करने पर। शायद हमारा नेट कनेक्शन धीमा है, या आज लक ही नहीं है!
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लगा वडाली बंधुओं को सुनकर
जवाब देंहटाएंमहफिल जमाये रहिए......
छोटे मुँह बड़ी बात कहने की मुआफ़ी चाहता हूँ नीरज भाई
जवाब देंहटाएंलोक और सूफ़ी संगीत के सामने हमारे नये ज़माने का संगीत
भीख मांगता नज़र आता है.काश ! वडाली बंधुओं को भी कोई
अच्छा गॉडफ़ादर मिल जाता ...तो वे भी क्या आबिदा परवीन
से कम हैं...लेकिन हम अपने गुदड़ी के लालों का मान करना
शायद करना सीखेंगे ही नहीं.
बुल्ले शाह की ये अदभुत रचना,गायकी के स्फ़ूर्त तेवर,
क्लासिकल हरक़ते और ढोलक पर जवाँ होता कहरवा...
रात बना दी आपने नीरज भाई..आज तबियत कुछ नासाज़ थी
अब स्वस्थ महसूस कर रहा हूँ...मज़ा ये कि मेरे बच्चे भी
इसका आनंद ले रहे हैं...उनींदे से होकर भी.
Neerajbhai
जवाब देंहटाएंWonderful.
-Harshad Jangla
Atlanta, USA
zabardast hain neeraj bhai
जवाब देंहटाएंjawaab nahi hai iska, in fact wadali bandhu ke aur bhi ghazals ya kawwali sunein wo bhi bahut achi hain