शनिवार, सितंबर 05, 2009

माइक्रो पोस्ट मैक्रो खबर, अब दिल्ली दूर नहीं !!!

प्रिय मित्रों/साथियों,
बड़े दिनों से व्यस्तता के चलते कुछ लिखना नहीं हो पाया लेकिन खबर है कि नीरज रोहिल्ला ८ सितम्बर को लगभग ४ हफ्तों के लिए अपने देश भारत आ रहे हैं, ;-)

फिलहाल अंदाजा है कि दिल्ली/नोयडा क्षेत्र में कुछ दिन ठहरने का कार्यक्रम बनेगा | बाकी समय माताजी/पिताजी के आदेश पर बुशर्ट पैंट पहन कर घर में राजा बबुआ बन कर बैठे रहेंगे कि इसी से माताजी पिताजी को अहसास हो कि लड़का जवान हो गया है और शायद वो शादी के लिए कोई लडकी देखना शुरू कर दें, वरना जैसी ईश-इच्छा, ;-)

८ सितम्बर: दिल्ली से मथुरा
१० सितम्बर-१४ सितम्बर: दिल्ली/नोयडा
१५ सितम्बर-२२ सितम्बर: निंदा पुराण/ वाले अंकुर वर्मा और हमारे एक अन्य मित्र टोड गिल्बर्थ के साथ हरिद्वार/ऋषिकेश/चोपटा/.../ वैली आफ फ्लावर्स होते हुए वापिस दिल्ली
२३ सितम्बर से २ अक्टूबर तक: मथुरा में राजा बबुआ बनकर बैठे रहना ;-)

हमारे मित्र टोड गिल्बर्थ बड़े दिलचस्प इंसान हैं और वो ५ हफ्ते के लिए भारत आ रहे हैं | हम उनके साथ ७ दिन घूमेंगे लेकिन टोड झोला लटकाए भारतीय रेल के माध्यम से भारत घूमेंगे |
फिलहाल उन्हें वाराणसी में एक मित्र की तलाश है जो उन्हें बनारस दर्शन करा सके, अगर कोई बनारस वासी टोड को गंगा मैया के दर्शन कराने का पुण्य लेना चाहे तो उनकी मुश्किल हल हो जायेगी और वो इसके लिए बड़े कृतज्ञ रहेंगे, आप अपने पुण्य कार्य को कन्फर्म करने के लिए हमें nrohilla@gmail.com ईमेल कर सकते हैं....

मुंबई और गोवा निवासी भी इस पुण्य को प्राप्त कर सकते हैं, बिना हिचकिचाहट के हमसे संपर्क करें, nrohilla@gmail.com ;-)


इस बीच में अन्य हिन्दी ब्लागर्स से संपर्क स्थापित करने का यत्न किया जाएगा, और टेलीफोन डायरेक्टरी के स्थान पर अनूप जी की सहायता ली जाएगा...

मथुरा में हमें इन फ़ोन नंबर पर पकडा/जकडा जा सकता है:
५६५-२४२४७८८
९७१९६१८२७९

बाकी, अगर आप सभी जिनकी इस हलके वजन वाले नाचीज़ से मुक्कालात अथवा बातचीत करने की इच्छा हो हमें अपना फ़ोन नंबर हमें nrohilla@gmail.com ईमेल कर सकते हैं, ;-)

अगली पोस्ट अब भारत से ही लिखेंगे...

11 टिप्‍पणियां:

  1. वाह वाह भारत मे आपका स्वागत है । कोशिश करेंगे कि मुलाकात हो और बात तो हो ही जायेगी .. वो गाना है ना .. ये दुनिया वाले पूछेंगे मुलाकात हुई क्या बात हुई ( ये बात किसीसे ना कहना ) \शरद

    जवाब देंहटाएं
  2. हो आओ बालक...और आँखों देखी को विस्तार देना..इन्तजार रहेगा!!

    जवाब देंहटाएं
  3. स्वागत है आपका अपने ही घर मे।

    जवाब देंहटाएं
  4. आ जाओ बालक। मथुरा में शायद बीबा-बबुआ से मिलने का जुगाड़ बना लें हम!

    जवाब देंहटाएं
  5. बच्चे आप की यात्रा शुभ हो,घुम फ़िर कर आओ फ़िर बताना हमे भी बताना केसी रहीआप की यात्रा.वेसे मजे की गरंटी है.
    अगर मुनिख से हो कर जाओ तो हमारे दर्शन भी कर सकते हो बिलकुल फ़्रि मै

    जवाब देंहटाएं
  6. आ जाओ फिर जकड़ते हैं :)

    जवाब देंहटाएं
  7. स्वागत है.......बहुत बहुत बधाई...
    मैनें अपने सभी ब्लागों जैसे ‘मेरी ग़ज़ल’,‘मेरे गीत’ और ‘रोमांटिक रचनाएं’ को एक ही ब्लाग "मेरी ग़ज़लें,मेरे गीत/प्रसन्नवदन चतुर्वेदी"में पिरो दिया है।
    आप का स्वागत है...

    जवाब देंहटाएं
  8. इष्ट मित्रों एवम कुटुंब जनों सहित आपको दशहरे की घणी रामराम.

    जवाब देंहटाएं
  9. Came to your blog after a long time. It was interesting to know that you are going for "jhola-latkaye" trip. enjoy your trip and do share the pics.

    जवाब देंहटाएं
  10. बेनामी12:41 am

    सर जी , कुछ हाल-चाल तो लिख दीजिए , भारत भ्रमण कैसा चल रहा है .
    आपने कहा भी था -"अगली पोस्ट अब भारत से ही लिखेंगे"
    आपना वादा तो पूरा कीजिये

    रेगार्ड्स-
    गौरव श्रीवास्तव
    अलाहाबाद

    जवाब देंहटाएं
  11. नीरज, आज काफ़ी दिनों के बाद तुम्हारी पोस्ट पढ़ी। फूलों की घाटी के रास्ते में चौपटा नहीं पड़ता है, कृपया सही कर दो। वैसे कोई तुम्हारी इस पोस्ट के आधार पर अपनी यात्रा का प्लान नहीं बनाने वाला, इसलिये कोई खास फ़र्क नहीं पड़ता :) । मैं अभी अपनी यात्रा पर एक पोस्ट लिख रहा हूँ जो कल तक प्रकाशित करने का विचार है ।

    जवाब देंहटाएं

आप अपनी टिप्पणी के माध्यम से अपनी राय से मुझे अवगत करा सकते हैं । आप कैसी भी टिप्पणी देने के लिये स्वतन्त्र हैं ।