छोटी रिपोर्ट:
आखिरकार आज ह्यूस्टन मैराथन सम्पन्न हो गयी। इसमें तीन प्रतियोगितायें थी, पहली पूरी मैराथन यानि २६.२ मील अथवा ४२.२ किमी, दूसरी हाफ़ मैराथन यानि २१.१ किमी और तीसरी ५ किमी की दौड। कुल २५,००० प्रतिभागियों में से ८२२९ प्रतिभागियों ने पूरी मैराथन दौड में भाग लिया और इनमें से ५३९६ धावकों ने नियत अधिकतम समय (६ घंटा) में दौड समाप्त की। बाकी लोगों ने या तो दौड अधूरी छोड दी अथवा ६ घंटे से अधिक समय लिया। हमने पूरी मैराथन में भाग लिया और इसको ३ घंटा ३८ मिनट और ४३ सेकेंड्स में पूरा किया। अगर सभी प्रतिभागियों को गिने तो हम टाप ८.९ प्रतिशत में आते हैं, अगर दौड समाप्त करने वाले प्रतिभागियों को गिने तो हम टाप १३.६ प्रतिशत में आते हैं।
लम्बी और विस्तृत रिपोर्ट (फ़ोटो और वीडियो के साथ):
आज सुबह ४ बजे नींद खुली, ५ बजे तक तैयार होकर सुबह ५:४० पर हम दौड के स्थान पर आ चुके थे। इसके बाद हमने अपने धावक क्लब के तम्बू में अपने मित्रो से बात की और मौसम की हालत पर चिन्ता व्यक्त की। पिछले १० दिन से ह्यूस्टन में हल्की ठंड पड रही थी लेकिन आज अचानक ही गर्मी का सामना हो गया। दौड की शुरूआत (सुबह सात बजे) में तापमान (५६ डिग्री फ़ारेनहाईट, अर्थात १३.३ डिग्री सेल्सियस) था जो अन्त तक आते आते ७२ डिग्री फ़ारेनहाईट यानि लगभग २३ डिग्री सेल्सियस हो गया। मैराथन दौड के लिये आदर्श तापमान ४० से ६० डिग्री के बीच का होता है ।
खैर, जैसा हमने पिछली पोस्ट में लिखा था कि अगर सभी सितारे लाईन में हों और किस्मत मेहरबान हो तो हम ३ घंटा और ३० मिनट, अन्य परिस्थितियों में ३ घंटा ४० मिनट और अगर सितारे एकदम गर्दिश में हों तो अधिकतम ४ घंटा में दौड समाप्त करने का सोच रहे थे। आज गर्मी के चलते भी हमने अपने आदर्श (३:३०) गोल को निगाह में रखकर दौड प्रारम्भ की। ३ घंटा ३० मिनट का मतलब है कि हर मील को ठीक ८ मिनट में पूरा करना या फ़िर हर किमी को ५ मिनट में दौडना और ४२.२ किमी तक यही करते रहना।
नीचे दी गयी सारिणी में आप मेरे हर मील का समय देख सकते हैं। आप देखेंगे कि हर दूसरे मील पर ५-१० सेकेंड्स का अन्तर है, इसका कारण है कि हर दूसरे मील पर धीमे होकर पानी का कप उठाने और उसे पीने में लगभग इतना ही समय लगता है।
मील का समय, कुल समय
1) 8:20 (8:20) शुरू में भीड के चलते थोडा अधिक समय लगा।
2) 7:33 (15:53) ये वाला मील ढलान (Downhill) पर था।
3) 7:44 (23:37) इस समय बहुत सारे दर्शक लोग हौसला अफ़जाई कर रहे थे।
4) 8:12 (31:48) इस मील को हाफ़/फ़ुल मैराथन वाले साथ दौडते हैं जिससे थोडी भीड हो जाती है ।
5) 8:02 (39:51) अब धीमे धावक पीछे हो रहे हैं, और तेज धावक आगे निकल रहे हैं ।
6) 7:56 (47:46)
7) 8:06 (55:52)
8) 7:58 (1:03:51)
9) 7:57 (1:11:48) इस मील पर हाफ़ मैराथन वाले अगल रास्ता लेकर अपने समाप्ति की ओर चले जाते हैं
10) 8:02 (1:19:50) भीड कम हो रही है, लोग धीमे हो रहे हैं लेकिन हमें ८ मिनट/मील पर जमे रहना है
11) 7:59 (1:27:48) अब हम राईस विश्वविद्यालय के पास से गुजर रहे हैं, हम राईस की टी-शर्ट पहने हर
12) 8:04 (1:35:52) व्यक्ति को Go Owls Go कहते हैं। Owl (उल्लू) हमारे स्कूल का मस्कट है ।
13) 8:00 (1:43:52) इस समय दर्शकों की भीड सबसे ज्यादा है, लोग केले, सन्तरे बांट रहे हैं ।
14) 8:03 (1:51:55) आधी दौड खत्म, इसका मतलब कि वार्म अप पूरा हो गया है और अब असल दौड शुरू
15) 8:08 (2:00:03) उद्देश्य है लक्ष्य से बिना भटके और खूब पानी पीते हुये अगले ५ मील पूरे किये जायें।
16) 8:02 (2:08:06)
17) 7:55 (2:16:01)
18) 8:15 (2:24:16) अचानक गर्मी बढ गयी है, रेस का कोड Green से Yellow कर दिया गया है।
19) 7:52 (2:32:07) Volunteers, ज्यादा पानी पीने और गर्मी के हिसाब से थोडा धीमे दौडने को कह रहे हैं
20) 7:53 (2:40:01) बीस मील खत्म, मतलब आधी दौड समाप्त अब केवल १० किमी बचे हैं।
21) 7:55 (2:47:55) अब तक हम ८ मिनट प्रति मील पर कायम हैं ।
22) 8:22 (2:56:17) इस मील में पैर की मांसपेशी में जबरदस्त खिंचाव अनुभव हुआ। हर २० से २५ सेकेंड्स के बाद पैर में दर्द उठ रहा है। लेकिन अब केवल ४.२ मील बचे हैं, उम्मीद है कि Cramps अपने आप चले जायेगें।
23) 9:00 (3:05:17) दुनिया लुटनी शुरू हो चुकी है, ८ के स्थान पर ९ मिनट लगे। Focus, Focus, Focus.
24) 9:58 (3:15:16) इस समय भयंकर दर्द हो रहा है लेकिन केवल ३ से भी कम मील बाकी हैं। अब मैं रूककर अपने पैर को स्ट्रैच कर रहा हूँ। पैर की मांशपेशी थोडी फ़ूली हुयी है और मैं सोच रहा हूँ कि ३:३० तो हाथ से गया, अब मन में ३:४० की गणना चल रही है।
25) 10:58 (3:26:14) इस मील के दौरान २ बार रूककर चलना पडा और भयंकर दर्द हुआ। इस समय हर कदम के साथ ऐसा लग रहा कि कोई पैर में हथौडे मार रहा हो। इस मील के दौरान रास्ता थोडा चढाई वाला भी था।
26) 10:29 (3:36:44) ये आखिरी १.२ मील हैं, इस समय एक बैनर पर नजर पडी,
PAIN IS TEMPORARY, FINISH IS FOREVER... इससे थोडी ऊर्जा मिली है। अब चूँकि सभी धावक कठिनाई में है, लोग उनका नाम लेकर प्रोत्साहित कर रहे हैं। हम दर्द को दिमाग से निकालकर दौडने का प्रयास कर रहे हैं। कई भारतीय लोगों ने मेरा नाम पुकार कर जमकर प्रोत्साहित किया। अब उनको हाथ उठाकर धन्यवाद देने के स्थान पर (जो हम <२० मील तक कर रहे थे), केवल सिर झुकाकर धन्यवाद दे रहे हैं।
0.2) 1:59 (3:38:43) आखिरी ०.२ मील, और हम Finish Line के पार लग गये । इस दौड में हमारा स्थान ७३५ वाँ रहा। जो टाप १३.६% में है। अब आप कुछ फ़ोटो और एक वीडियो का आनन्द लें।
(दौड शुरू होने से पहले हमारे धावक क्लब के तम्बू का नजारा)
(दौड के बाद हमारी विजयी मुस्कान और पार्टनर्स इन क्राईम, वैसे इन पाँचों में मेरा समय सबसे अच्छा रहा इसीलिये ये सब पार्टी मांग रहे हैं :-) )
क्या इतने कष्ट के बाद हम दोबारा मैराथन दौडेंगे। शायद मैराथन का खूब अब मुंह को लग गया है, :-) मेरा मानना है कि अगर मैराथन २६.२ के स्थान पर २० मील की होती तो इसका इतना असर नहीं होता लेकिन आखिरी ५-६ मील ही आपकी मानसिक शक्ति की कठिन परीक्षा लेते हैं। ये भी निश्चित है कि अब तक के जीवन में मैने ये सबसे कठिन शारीरिक श्रम वाला काम किया है। इसके अलावा दौडने को जिन्दगी में स्थान देने का मतलब है कि कभी तोंद नहीं निकलेगी, दिल खुश रहेगा और मन भरके कुछ भी खा सकते हो (एक बार मैने शर्त की बात पर ७५० ग्राम रबडी खा ली थी, अब कोई ऐसी शर्त लगाने वाला नहीं मिलता) :-)
अब अगला गोल है बोस्टन मैराथन के लिये क्वालिफ़ाई करना। इसके लिये मुझे ३ घंटा १० मिनट का समय चाहिये, मुझे लगता है कि मैं ये कर सकता हूँ लेकिन इसके लिये कठिन ट्रेनिंग, संयम और कम से कम २ साल लगेगे। पिछले वर्ष की तुलना में मेरे दौडने की क्षमताओं में लगभग १०-१२% का सुधार हुआ है लेकिन ये भी सत्य है कि अब और सुधार करने के लिये बहुत ज्यादा श्रम लगेगा। इसीलिये शायद मैराथन को आराम देकर छोटी दौड (५, १०, २१.१ किमी) दौडी जायें, और अपनी रफ़्तार बढाने पर ध्यान दिया जाये। और उसके बाद ही अगली मैराथन दौडी जाये जिसका उद्देश्य बोस्टन मैराथन के लिये क्वालीफ़ाई करना हो। देखते हैं भविष्य में ऊँट किस करवट बैठता है।
आंकडों के शौकीन ज्ञानदत्तजी के लिये दो ग्राफ़ भी प्रस्तुत है।
अब ले चलते हैं हमारी दौड की समाप्ति पर फ़िनिशलाईन का वीडियो, ध्यान से १० सेकेण्ड्स से १८ सेकेंड्स को देखिये हम दोनों हाथ हवा में उठाये एक कन्या के बगल से फ़िनिशलाईन क्रास कर रहे हैं।
और आखिर में ह्यूस्टन क्रानिकल समाचार का कुछ धावकों से दौड समाप्त होने के बाद की बातचीत (इसमें हम कहीं नहीं हैं) ।
सोमवार, जनवरी 19, 2009
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बधाईयाँ!!! पार्टी तो बनती है आप आपने साथियों को दीजिये और हमारी तरफ से लेने के लिये यहाँ पधारिये!
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई. पार्टी तो हम तुमको दे देंगे जब तुम टोरंटो आओ. बस, दौड़ते रहो. जय हो.
जवाब देंहटाएंविस्तृत रिपोर्ट पढ़कर आनन्द और पसीना दोनों आया. :)
मैरॉथन दौड़ना ही बहादुरी काम है।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर। शानदार उपलब्धि। पार्टी हमारी तरफ़ से भी मिलेगी जब भी मिलोगे। रबड़ी सहित। बहुत अच्छा लगा इस पोस्ट को पढ़कर। PAIN IS TEMPORARY, FINISH IS FOREVER. याद कर लिया। देखो कितना ध्यान रहता है! :)
जवाब देंहटाएंबहुत खूब बन्धुवर। आपके माध्यम से हमें लग रहा है कि मैराथन हम भी टाप १३-१४ परसेण्ट में पूरी कर लिये हैं।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई जी।
वाह.. अंततः आपने दौड़ पूरी कर ही ली.. और जितना आपने सोचा था उससे थोडा ही ज्यादा समय लिया.. अगले मैराथन में टॉप १०० में आइयेगा.. :)
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई, चलिये दोस्तो को पार्टी दीजिये..
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
बधाई ! अनालिसिस तो बड़ी मस्त की है आपने. हम तो एक सप्ताह लगा देते :-)
जवाब देंहटाएंभाई आपको बहुत बहुत बधाई. भारत मे होते तो आपका रुबरु अभिनन्दन करते . अब यहीं से कबूल लिजिये और जब भी पधारो हमारी तरफ़ से पार्टी ड्यु रही जी.
जवाब देंहटाएंमैराथन समय सीमा में पूरी कर लेना ही जीत है. आप तो बस ये कारनामे करते ही रहो जी.
रामराम.
Very very Good. शानदार !
जवाब देंहटाएंshaandar neeraj! paad kar aur photos aur videos dekh kar maza aa gaya. keep it up man!!!!!!!!!!!!
जवाब देंहटाएंवाह ,
जवाब देंहटाएंअपनी लखनऊ मैराथन याद आ गई , जैसे तैसे क्रैंप्स के दर्द में आखिरी ६ km पूरे किये थे ! मंगलकामनाएं आपको