सोमवार, अप्रैल 05, 2010

चले जइयो बेदर्दा मैं रोये मरी हूँ !!!

आज पेश-ए-खिदमत है, पाकिस्तान के मशहूर कव्वाल मुंशी रजीउद्दीन और उनके पुत्रों (फ़रीद-अयाज़ कव्वाल) की आवाज में पाकिस्तान में कराची की एक प्राईवेट महफ़िल की दुर्लभ रेकार्डिंग...

चले जइयो बेदर्दा मैं रोये मरी हूँ...



चलते चलते ये भी बताते जायें कि पिछले शनिवार को हमने उस लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जिसके लिये हम कई महीनों से प्रयासरत थे। हमने इस बसन्त के लिये अपने लिये दो लक्ष्य रखे थे, पहला कि १० किमी की दौड ४० मिनट से कम समय में पूरी की जाये और दूसरा कि ५ किमी की दौड १९ मिनट से कम समय में पूरी की जाये। १० किमी वाले गोल को इस बसन्त दो बार पूरा किया गया और ५ किमी वाले गोल को सिर्फ़ एक बार ही पूरा कर सके। १७ अपैल को हम एक और ५ किमी वाली रेस दौड रहे हैं, शायद उसमें एक बार फ़िर १९ मिनट से कम समय में इसे पूरा कर सकें।

रोडियो रन (१० किमी): ३९:४९
बायू सिटी क्लासिक (१० किमी): ३९:३३
अर्थ डे रन (५ किमी): १८:५१.७
अब हम दिल पे हाथ रखकर कह सकते हैं कि ह्यूस्टन में शौकिया दौडने वालों में हमें भी लोग पहचानने लगे हैं :)

५ किमी वाली दौड की रिपोर्ट अंग्रेजी में यहाँ लिखी है, हिन्दी में लिखकर आप सभी को बोर नहीं करना चाहते थे, ;-)


अब तक बसन्त में हुयी दौडों का व्यौरा:
मेडिकल सेंटर ५किमी (मैराथन के २ हफ़्ते बाद) : १९:४५
बफ़ैलो वालो ६ किमी (क्रास कंट्री, ऊंचा नीचा रस्ता): २५:१०
स्टेप्स फ़ार स्टूडेंट्स ५ किमी : १९:१२ (अपने उम्र वर्ग में प्रथम)
रोडियो रन (१० किमी): ३९: ४९ (पहली बार ४० मिनट से कम समय में १० किमी)
रेस अगेन्स्ट वायलेंस (५ किमी): १९:२९ (अपने उम्र वर्ग में द्वितीय)
बायू सिटी क्लासिक (१० किमी): ३९:३३ (अब तक की मेरी सबसे तेज १० किमी दौड)
अर्थ डे ५ किमी: १८:५१ (अब तक की मेरी सबसे तेज ५ किमी दौड)