tag:blogger.com,1999:blog-8374019.post4762000829511501850..comments2023-11-03T03:28:51.383-06:00Comments on अंतर्ध्वनि: पुस्तकालय की महिमा: छुट्टी का जुगाड !!!Neeraj Rohillahttp://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-8374019.post-34951377454146906592008-12-24T09:41:00.000-06:002008-12-24T09:41:00.000-06:00मेरा भी यही मत है की आर्य भारतीय मूल वश के हैं - ज...मेरा भी यही मत है की आर्य भारतीय मूल वश के हैं -<BR/> जिनकी शाखाएं दूर सुदूर यूरोप तक पाईं जातीं थीं रशिया में भी यही थे कोकेशियास पहाडों का आर्य मूल स्थान हमें सिखलाया गया था --<BR/>( in our History lessons in school & college ) <BR/> आपकी पुस्तक ने क्या निषकर्ष निकला है? <BR/>please बताये तरुण भाई<BR/> और ह्यूस्टन आने के न्योते के लिए भी आभार !<BR/> वहाँ मेरे कई मित्र रहते हैं -<BR/>-कई बार आई हूँ -<BR/> अब के आई तब अवश्य मिलेंगें <BR/>स्नेह -<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8374019.post-35073279962860402772008-12-24T04:09:00.000-06:002008-12-24T04:09:00.000-06:00आर्यों के उद्भव और उनके भारत में होने को ले कर बहु...आर्यों के उद्भव और उनके भारत में होने को ले कर बहुत प्रकार से बहुत पढ़ा है। और वह सब रोचक लगा है। <BR/>मेरा तो सोचना है कि योरोप से सुदूर पूर्व तक हमारे ही भाई बन्द हैं!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8374019.post-27523236665918107202008-12-24T01:41:00.000-06:002008-12-24T01:41:00.000-06:00बड़ा मुश्किल प्रश्न पूछा है भाई ......वैसे भी हमार...बड़ा मुश्किल प्रश्न पूछा है भाई ......वैसे भी हमारे नम के पीछे आर्य लगा हुआ है .छुट्टी मनाते है फ़िर देखते हैडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.com